101. जैन-दर्शन के तत्त्वमीमांसीय विचार को कहा जाता है-
(A) स्याद्वाद
(B) अनेकांतवाद
(C) निरपेक्षवाद
(D) सापेक्षवाद
102. जैन-दर्शन के अनुसार नय है-
(A) किसी वस्तु को पूर्ण रूप से समझना
(B) किसी वस्तु को नहीं समझना
(C) किसी वस्तु को पूर्ण रूप से नहीं समझकर उसके अंश को समझना
(D) इनमें से कोई नहीं
103. जैन-दर्शन में मोक्ष मार्ग को कहा गया है-
(A) चतुर्रत्न
(B) त्रिरत्न
(C) अष्टांग मार्ग
(D) इनमें से कोई नहीं
104. जैन के दर्शन का स्याद्वाद सिद्धांत का आधार है
(A) द्रव्य विचार
(B) नय सिद्धांत
(C) अनेकांतवाद
(D) इनमें से कोई नहीं
105. बुद्ध के अनुसार दुःख का मूल कारण है-
(A) तृष्णा
(B) जाति
(C) नामरूप
(D) अविद्या
106. मूर समर्थक हैं [BSEB 2019A]
(A) वस्तुवाद के
(B) प्रत्ययवाद के
(C) अस्तित्ववाद के
(D) सारतत्ववाद के
107. पदार्थ की अवधारणा संबंधित है [BSEB 2019A]
(A) न्याय से
(B) वैशेषिक से
(C) सांख्य से
(D) योग से
108. क्या ऋत् एक वैदिक सम्प्रत्यय है
[BSEB 2019A]
(A) हाँ
(B) नहीं
(C) हाँ और नहीं दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
109. ‘दर्शन’ शब्द का अंग्रेजी रूपान्तरण है?
[BSEB 2019A]
(A) मेटाफिजिक्स
(B) एपीस्टेमोलॉजी
(C) फिलॉसफी
(D) एथिक्स
110. बुद्धिवाद के समर्थक कौन हैं?[BSEB 2019A]
(A) देकार्त
(B) स्पिनोजा
(C) लाइबनीज
(D) उपरोक्त सभी
111. चतुर्थ आर्य सत्य को कहा जाता है-
(A) मध्यम मार्ग
(B) अष्टांगिक मार्ग
(C) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
112. बुद्ध के अष्टांगिक मार्ग के प्रथम दो (सम्यक् दृष्टि एवं सम्यक् संकल्प) को कहा जाता है-
(A) समाधि
(B) शील
(C) प्रज्ञा
(D) इनमें से कोई नहीं
113. बौद्ध दर्शन के प्रणेता हैं-
(A) महावीर
(B) महात्मा बुद्ध
(C) गौतम
(D) शंकर
114. बुद्ध के द्वितीय आर्यसत्य का संबंध है-
(A) दुःख से
(B) दु:ख के कारण से
(C) दुःख निरोध से
(D) दुःख निरोध मार्ग से
115. प्रतीत्यसमुत्पाद सिद्धांत का आधार
(A) धर्म सिद्धांत
(B) कारण-कार्य सिद्धांत
(C) नैतिक सिद्धांत
(D) इनमें से कोई नहीं
116. बौद्ध दर्शन स्वीकार करता है-
(A) जीवन मुक्ति
(B) विदेह मुक्ति
(C) A तथा B दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
117. चतुर्थ आर्य सत्य में निहित है-
(A) प्रज्ञा
(B) शील
(C) समाधि
(D) उपर्युक्त सभी
118. अष्टांग मार्ग का अंग नहीं है-
(A) प्रज्ञा
(B) शील
(C) समाधि
(D) चित्त वृत्ति
119. ‘अनात्मवाद’ को किस दर्शन ने स्वीकार किया है?
(A) न्याय दर्शन
(B) चार्वाक दर्शन
(C) बौद्ध दर्शन
(D) जैन दर्शन
120. आत्मा चेतना का प्रवाह मात्र है’ यह किसका विचार है?
(A) चार्वाक दर्शन
(B) बौद्ध दर्शन
(C) जैन दर्शन
(D) सांख्य दर्शन
121. परिणामवाद रूप में है
(A) आरम्भवाद
(B) सत्यकार्यवाद
(C) विवर्तवाद
(D) A और B दोनों
122. निम्न में से अण्वीक्षा किसे कहते हैं?
(A) प्रत्यक्ष
(B) शब्द
(C) उपमान
(D) अनुमान
123. जैन के अंतिम तीर्थंकर कौन हैं?
(A) महावीर
(B) ऋषभदेव
(C) पार्श्वनाथ
(D) शाक्य मुनि
124. बौद्ध दर्शन के अनुसार प्रथम आर्य सत्य है
(A) सुख
(B) आनन्द
(C) दु:ख का कारण
(D) दु:ख
125. सांख्य दर्शन के प्रवर्तक हैं
(A) गौतम
(B) कपिल
(C) महावीर
(D) कणाद
126. किसके अनुसार, “गीता कर्म का विज्ञान है”?
(A) बाल गंगाधर तिलक
(B) विनोबा भावे
(C) श्री अरविन्द
(D) महात्मा गाँधी
127. न्याय के अनुसार प्रमाण नहीं है-
(A) प्रत्यक्ष
(B) अनुमान
(C) शब्द
(D) अनुपलब्धि
128. न्याय के अनुसार प्रत्यक्ष के लिए आवश्यक है-
(A) इन्द्रिय
(B) विषय
(C) सन्निकर्ष
(D) उपर्युक्त सभी
129. किस प्रत्यक्ष में वस्तु का निश्चित और स्पष्ट ज्ञान होता है?
(A) सविकल्पक प्रत्यक्ष में
(B) निर्विकल्पक प्रत्यक्ष में
(C) A तथा B दोनों में
(D) इनमें से कोई नहीं
130. जब अनुमान स्वयं के लिए होता है तो उसे कहते हैं-
(A) स्वार्थानुमान
(B) परार्थानुमान
(C) पूर्ववत् अनुमान
(D) शेषवत् अनुमान
131. बौद्ध दर्शन के द्वारा स्वीकृत प्रमाणों की संख्या है
[BSEB 2019A]
(A) एक
(B) दो
(C) तीन
(D) चार
132. पुरुषार्थ के कितने प्रकार विवेचित हैं?
[BSEB 2019A]
(A) दो
(B) तीन
(C) चार
(D) पाँच
133. कारण के गुणात्मक लक्षण हैं| BSEB 2019A
(A) पूर्ववर्ती
(B) नियत
(C) अनोपाधिक
(D) उपरोक्त सभी
134. आत्मनिष्ठ प्रत्ययवाद के समर्थक कौन हैं?
BSEB 2019A]
(A) लॉक
(B) बर्कले
(C) धूम
(D) काण्ट
135. मन-शरीर सम्बन्ध की व्याख्या होती है
[BSEB 2019A
(A) अन्तक्रियावाद के द्वारा
(B) समानान्तरवाद के द्वारा
(C) पूर्व-स्थापित सामंजस्य के द्वारा
(D) उपरोक्त सभी
136. जब अनुमान दूसरों के लिए किया जाता है तो उसे कहते हैं-
(A) स्वार्थानुमान
(B) परार्थानुमान
(C) पूर्ववत् अनुमान
(D) शेषवत् अनुमान
137. इनमें से कौन न्याय के अनुसार अलौकिक प्रत्यक्ष के भेद नहीं हैं?
(A) सामान्य लक्षण
(B) ज्ञान लक्षण
(C) प्रत्यभिज्ञा
(D) योगज
138. न्याय के अनुसार अनुमानजन्य ज्ञान कहलाता है-
(A) परोक्ष ज्ञान
(B) अपरोक्ष ज्ञान
(C) साक्षात् ज्ञान
(D) इनमें से कोई नहीं
139. दो वस्तुओं के बीच आवश्यक और सामान्य संबंध को कहा जाता है-
(A) व्याप्ति संबंध
(B) प्रत्यक्ष संबंध
(C) अव्याप्त संबंध
(D) इनमें से कोई नहीं
140. प्रयोजन की दृष्टि से नैयायिकों के अनुसार अनुमान के भेद हैं-
(A) स्वार्थानुमान
(B) परार्थानुमान
(C)A तथा B दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
141. विश्वसनीय व्यक्ति के कथन से जो ज्ञान प्राप्त होता है उसका संबंध है-
(A) प्रत्यक्ष प्रमाण से
(B) अनुमान प्रमाण से
(C) शब्द प्रमाण से
(D) उपमान प्रमाण से
142. प्राचीन न्याय के अनुसार इनमें से कौन अनुमान के भेद नहीं है?
(A) पूर्ववत्
(B) शेषवत्
(C) व्याप्ति
(D) सामान्योदृष्ट
143. वैशेषिक दर्शन में भाव-पदार्थ की संख्या है-
(A)3
(B) 6
(C)7
(D) 9
144. सत्कार्यवाद के रूप हैं-
(A) विवर्तवाद एवं आरंभवाद
(B) विवर्तवाद एवं असत्यकार्यवाद
(C) विवर्तवाद एवं परिणामवाद
(D) इनमें से कोई नहीं
145. सत्व, रज और तम गुण
(A) आत्मा के
(B) पुरुष के
(C) प्रकृति के
(D) ब्रह्म के
146. “कारण भावात्मक तथा अभावात्मक दोनों उपाधियों का योग है।” यह कथन है [BSEB 2019A]
(A) मिल का
(B) ह्यूम का
(C) अरस्तू का
(D) इनमें से कोई नहीं
147. लोकसंग्रह का सम्प्रत्यय संबंधित है
[BSEB 2019A]
(A) गीता से
(B) उपनिषद् से
(C) पुराण से
(D) वेद से
148. सांख्य के अनुसार प्रकृति के निर्वाचक तत्व कितने हैं? [BSEB 2019A]
(A) एक
(B) दो
(C) तीन
(D) चार
149. न्यायसूत्र के लेखक कौन हैं?[BSEB 2019A]
(A) गौतम
(B) कणाद
(C) कपिल
(D) जैमिनी
150. सत्तामूलक प्रमाण को पूर्ण स्पष्टता के साथ व्यक्त किया है [BSEB 2019A]
(A) संत एनसेल्म ने
(B) संत थॉमस एक्वीनस ने
(C) काण्ट ने
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर
101.B
102.c
103. B
104. B
105.D
106. B
107. A
108. A
109.c
110.c
111.B
112.c
113. B
114. B
115. B
116. C
117.D
118.D
119.c
120. B
121.B
122.D
123. A
124. B
125. D
126.c
127.D
128.D
129. A
130. A
131.D
132.c
133.D
134.c
135. A
136. B
137.c
138. A
139. A
140.c
141.c
142.c
143. B
144.c
145.c
146. B
147.c
148.c
149.D
150. B